अपने Vocal में Delay And Reverb कैसे लगाएं: पूरी जानकारी

म्यूजिक प्रोडक्शन में वैरायटी और इंटरेस्ट को बढ़ाने के लिए ध्वनि संपादन महत्वपूर्ण है, और इसमें डिले (Delay) और रीवर्ब (Reverb) “Delay and Reverb” का उपयोग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहां हम देखेंगे कि वोकल ट्रैक्स में डिले और रीवर्ब कैसे लगाए जाते हैं।vocal-me-delay-and-reverb-kaise-lagaye

डिले (Delay) क्या है?

डिले (Delay) एक ऑडियो प्रभाव है जो ध्वनि को एक छोटे समय के लिए रोककर फिर से प्रशिक्षित समय बाद बजाने का प्रबंधन करता है। इससे एक ध्वनि की प्रतिक्रिया और पुनरावृत्ति होती है, जिससे समृद्धि और रंगमंच में गहराई मिलती है।

डिले का उपयोग संगीत निर्माण, संगीत प्रोडक्शन, और ऑडियो इंजनियरिंग में ध्वनि का आकर्षक और रिच अनुभव प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह आवाज को विभिन्न तारीकों से पुनरावृत्ति करने में सहायक होता है और समृद्धि को बढ़ाता है।

डिले का तीन प्रमुख प्रकार होते हैं:

फीडबैक डिले (Feedback Delay): इसमें ध्वनि को एक समय के बाद पुनः प्ले करने के लिए सिग्नल को अंशत: समय और फीडबैक के स्तर को सेट किया जा सकता है। यह ध्वनि को सीमित समय में कई बार पुनः प्ले करता है, जिससे एक विशिष्ट प्रभाव उत्पन्न होता है।

स्लैपबैक डिले (Slapback Delay): इसमें सिग्नल को बहुत छोटे समय के लिए रोका जाता है, जिससे ध्वनि को लगता है कि वह एक दीर्घकालिक स्थान से आ रही है। इससे आवाज को मोशन और अंतर्निहितता मिलती है।

मल्टीटैप डिले (Multitap Delay): इसमें समय के कई बिंदुओं पर सिग्नल को पुनः प्ले करने की क्षमता होती है, जिससे विभिन्न प्रभाव प्राप्त होते हैं। यह एक संगीतकार को अनेक प्रकार के डिले एफेक्ट्स का उपयोग करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।

डिले से एक साधारित ध्वनि को एक नये और रूचिकर आवाज के साथ मिलाने में मदद होती है, और इसे संगीत निर्माण में ब्रॉडकास्टिंग और रिकॉर्डिंग के क्षेत्रों में पसंद किया जाता है।

रीवर्ब (Reverb) क्या है?

रीवर्ब (Reverb) एक ऑडियो प्रभाव है जो एक ध्वनि को बड़े स्थान में फैलाए हुए लगाया जाता है, जिससे ऐसा लगता है कि यह किसी बड़े रूम, हॉल, या अन्य खुले स्थान में हो रहा है। यह ध्वनि को अनूठा और समृद्धि से भरा हुआ बनाता है, और इससे सूर्य, स्थिति और गहराई का अहसास होता है।

रीवर्ब का उपयोग संगीत निर्माण, ऑडियो प्रोडक्शन, और रिकॉर्डिंग में किया जाता है ताकि ध्वनि को एक अधिक नैचुरल और स्थानीय उभार दिया जा सके। इसका उपयोग संगीतीय आकार, रूचि और अभिवादन को बढ़ाने के लिए किया जाता है, और यह एक संगीतिक प्रदर्शन को अद्वितीय बना सकता है।

रीवर्ब को तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:

रूम रीवर्ब (Room Reverb): यह एक छोटे से लेकर बड़े कमरों की छाया को मिमिक करने के लिए उपयोग होता है, जिससे ध्वनि को ऐसा लगता है कि वह एक विशिष्ट स्थान से आ रहा है।

हॉल रीवर्ब (Hall Reverb): इसमें बड़े हॉल या सभागृह की छाया को मिमिक करने के लिए उपयोग होता है, जिससे ध्वनि को बड़े स्थान से आ रहा है और इसमें गहराई होती है।

प्लेट रीवर्ब (Plate Reverb): इसमें मेटल प्लेट का उपयोग किया जाता है, जो ध्वनि को पुनरावृत्ति करने के लिए इस्तेमाल होता है। यह ध्वनि को एक उच्च-क्वॉलिटी और सुरीला अनुभव प्रदान करता है।

रीवर्ब एक महत्वपूर्ण ध्वनि प्रभाव है जो संगीत और ऑडियो प्रोडक्शन को रूचिकर और गहरा बनाने में मदद करता है और उसे अधिक उदाहरणीय बनाता है।

अपने वोकल में डिले (Delay) कैसे लगाएं:

वोकल में डिले (Delay) लगाने का प्रक्रिया डिजिटल ऑडियो वर्कस्टेशन (DAW) उपयोग करते हुए कार्य की जाती है। यहां आपको एक साधारित विधि मिलेगी, लेकिन यह विभिन्न DAWs में थोड़ी भिन्न हो सकती है।

DAW में वोकल ट्रैक खोलें: अपने DAW में एक पर्वाहशील वोकल ट्रैक खोलें जिस पर आप डिले लागू करना चाहते हैं।

डिले प्लगइन लागू करें: आपके DAW में उपलब्ध डिले प्लगइन को वोकल ट्रैक पर लागू करें। इसे ट्रैक के इंसर्ट सेक्शन में जोड़ने के लिए एक ऑप्शन होती है।

डिले पैरामीटर्स को सेट करें:

डिले प्लगइन के पैरामीटर्स को सही तरीके से सेट करें:

  • डिले की गति (Delay Time): ध्वनि को पुनः प्ले करने में कितना समय लगेगा, इसे सेट करें।
  • फीडबैक (Feedback): यह निर्धारित करता है कि प्रति डिले साइकिल में कितनी पुनरावृत्ति होनी चाहिए।
  • लेवल (Level): ध्वनि के साथ कितना डिले होना चाहिए, इसे सेट करें।

आवाज को सुनें और समायोजन करें: विभिन्न समय सेटिंग्स को आवाज पर सुनकर समायोजित करें। यह सुनिश्चित करेगा कि डिले आवाज के साथ मेल खाता है और वांछित परिणाम प्राप्त होता है।

विशेष पसंद की सेटिंग्स का अनुसरण करें: कुछ डिले प्लगइन्स में आपको विभिन्न प्रीसेट्स और ऑप्शन्स मिलते हैं, जिन्हें आप आवश्यकता के अनुसार बदल सकते हैं।

एडीटिंग और ऑटोमेशन जोड़ें: डिले प्लगइन के साथ ऑटोमेशन जोड़कर विभिन्न समय सेटिंग्स और पैरामीटर्स को ध्वनि के साथ मेल खाने के लिए जादा सुधार करें।

फाइनल सुनवाई और संशोधन: आखिरी सुनवाई के बाद, आवाज को और भी सुधारने के लिए डिले प्लगइन की सेटिंग्स को संशोधित करें और फाइनल मिक्सिंग में शामिल करें।

इस प्रक्रिया का पालन करके, आप वोकल में एक आकर्षक और स्थानीय डिले प्रभाव प्राप्त कर सकते हैं जो आपके संगीत को रिचर और दर्शनीय बना सकता है।

अपने वोकल में रीवर्ब (Reverb) कैसे लगाएं:

DAW और रीवर्ब प्लगइन का चयन करें: अपने Digital Audio Workstation (DAW) में एक रीवर्ब प्लगइन चयन करें। यह विभिन्न प्लगइन्स और DAWs में थोड़ा भिन्न हो सकता है।

वोकल ट्रैक पर रीवर्ब प्लगइन लागू करें: वोकल ट्रैक को खोलें और उस पर रीवर्ब प्लगइन लागू करें। आपके DAW में इसे ट्रैक के इंसर्ट सेक्शन में जोड़ने के लिए एक ऑप्शन होगी।

रीवर्ब पैरामीटर्स को सेट करें:

रीवर्ब प्लगइन के पैरामीटर्स को सही तरीके से सेट करें:

  • रूम साइज (Room Size): यह बताएगा कि आपकी वर्गाकार स्थान कितना बड़ा है।
  • प्रीडेले (Pre-Delay): यह निर्धारित करता है कि प्रथम ध्वनि का समय रूम से कितना दूर है।
  • डेके (Decay): इससे यह निर्धारित होगा कि रीवर्ब कितनी देर तक बचेगा।
  • डैम्पिंग (Damping): यह बताएगा कि रीवर्ब कितना गहरा है या कितनी तेज़ है।

आवाज को सुनें और समायोजित करें: विभिन्न पैरामीटर्स को समायोजित करने के बाद, आवाज को सुनें और रीवर्ब का साइज और अन्य पैरामीटर्स को समायोजित करें ताकि यह सुबतरंग और मेलोडियस लगे।

डाक्यूमेंट और ऑटोमेशन जोड़ें: रीवर्ब को ऑटोमेट करने के लिए DAW में एक ऑटोमेशन ट्रैक जोड़ें, जिससे आप विभिन्न भागों में विभिन्न सेटिंग्स को बदल सकते हैं।

अनुसंधान और बैलेंसिंग: आवाज को बैलेंसिंग करने के लिए रीवर्ब को अनुसंधान करें। कई बार, रीवर्ब को ठीक से बैलेंस करने के लिए वोकल की आवश्यकताओं के आधार पर साइज और डेके को बदलना हो सकता है।

फाइनल सुनवाई और संशोधन: आखिरी सुनवाई के बाद, आवाज को और भी सुधारने के लिए रीवर्ब प्लगइन की सेटिंग्स को संशोधित करें और फाइनल मिक्सिंग में शामिल करें।

इस प्रकार, आप वोकल में रीवर्ब लगा सकते हैं जो आपके संगीत को एक विशेष और रूचिकर ध्वनि प्रदान कर सकता है।

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